बरेली में एक लड़की द्वारा लड़के पर रेप का झूठा मुकदमा पंजीकृत कराया गया था जिसमे लड़के को सजा भी सुनाई गई थी। ५ साल बाद जब न्यायलय के साने सच्चाई आयी तो लड़के को बाइज्जत बरी किया गया और लड़की को उतनी ही सजा और जुर्माने की भरपाई करने का निर्णय दिया गया। भारत देश में ये पहला मामला है।